बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती  (Mayawati) ने मंगलवार को एक बड़ा कदम उठाया. उन्होंने लोकसभा में बसपा के नेता रितेश पांडेय (Ritesh Pandey) को उनके पद से हटा दिया. उनकी जगह पर गिरिश चंद्र जाटव को लोकसभा में बसपा का नेता बनाया गया है. विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बसपा प्रमुख की ओर से किया गया है पहला फेरबदल है. 
कौन हैं रितेश पांडेय
रितेश पांडेय उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं. वो बसपा के एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरे हैं, वहीं दलित समाज से आने वाले गिरिश चंद्र जाटव नगीना सुरक्षित सीट से चुने गए हैं. लालगंज सीट की सांसद संगीता आजाद को चीफ विप बनाया गया है. बसपा संसदीय बोर्ड की प्रमुख मायावती हैं. इन बदलावों को लेकर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भी लिखा है. बसपा के लोकसभा में 10 सांसद हैं. श्रावस्ती से चुनकर आए रामशिरोमणि वर्मा लोकसभा में उपनेता के पद पर काम करते रहेंगे. 
उत्तर प्रदेश में जमीन पर आई बसपा
पिछले हफ्ते संपन्न हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में बसपा केवल एक सीट ही जीत पाई है. इस चुनाव में उसका वोट भी घटकर 12.8 फीसदी रह गया है. रितेश पांडेय जिस अंबेडकरनगर से चुनकर आए हैं, उसे बसपा का मजबूत पकड़ वाला इलाका माना जाता था. साल 2017 में जब पूरे प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में हवा चल रही थी, तो बसपा ने वहां 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार के चुनाव में बसपा और बीजेपी को वहां एक भी सीट नहीं मिली है.वहां की सभी पांच सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की है. 
रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय सपा से जीते
बसपा सांसद रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय समाजवादी पार्टी के टिकट पर जलालपुर से विधायक चुने गए हैं. पहले वह भी बसपा में ही थे. लेकिन चुनाव से पहले वो सपा में शामिल हो गए. उन्होंने बसपा के डॉक्टर राजेश सिंह को हराया है. पांडेय को 92 हजार 450, डॉक्टर राजेश सिंह को 79 हजार 678 वोट मिले. बीजेपी के सुभाष चंद्र राय को 71 हजार 5 वोटों से ही संतोष करना पड़ा.  

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