दलित ख़बर ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की तस्वीर वाले ‘होर्डिंग’ लगाने को लेकर विवाद हो गया. इस दौरान हुई गोलीबारी में एक दलित किशोर की मौत हो गई. गोलीबारी में दो लोग घायल भी हुए हैं. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी.इस मामले में पुलिस ने एक चौकी प्रभारी समेत 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसमें 19 ग्रामीणों के नाम हैं.
पुलिस के मुताबिक यह घटना मंगलवार को मिलक इलाके के सिलाई बाड़ा गांव में हुई. इस गोलीबारी में मारे गए किशोर के परिजनों ने आंबेडकर के चित्र के नीचे शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि किशोर की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है.
कहां और कैसे हुई घटना
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी गांव पहुंचे. अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया.मुरादाबाद के मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि गांव में एक भूखंड पर दलित समाज के लोगों ने खाद बनाने के लिए एक गड्ढा तैयार किया था. कुछ दिन पहले उन्होंने गड्ढा को भरकर उस पर अंबेडकर की तस्वीर वाला ‘होर्डिंग’ लगा दिया. लोग वहां प्रतिमा लगाने की तैयारी कर रहे थे.
सिंह ने बताया कि इसी गांव के दूसरे समुदाय के लोगों ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए प्रशासन से इसकी शिकायत की. इस शिकायत पर मंगलवार शाम तहसीलकर्मियों की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंची. यह टीम वहां अवैध कब्जा हटा रही थी. उन्होंने बताया कि इस दौरान दलित समुदाय और दूसरे पक्ष के बीच विवाद हो गया. इसने हिंसक रूप ले लिया. इस दौरान गोली चलने से 17 साल के सोमेश नाम एक दलित किशोर की मौत हो गई. गोलीबारी में रहीश पाल और रनम नाम के दो लोग घायल भी हुए हैं.
पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज
उन्होंने बताया कि घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने आंबेडकर के होर्डिंग के नीचे शव रखकर प्रदर्शन किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि सोमेश की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है. मंडल आयुक्त ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मृतक के परिवार ने इस सिलसिले में पुलिस थाने में शिकायत दी है.
पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर चौकी प्रभारी, तीन सिपाही, एसडीएम-तहसीलदार के दो हमराह समेत 19 ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.जिलाधिकारी ने इस मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने का आदेश दिया है. घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया है. किसी भी अप्रीय स्थिति से निपटने के लिए गांव में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
मंडलायुक्त से जब यह पूछा गया कि क्या पुलिस की गोली लगने से सोमेश की मौत हुई है, इस सवाल पर उन्होंने कहा,”जांच के दौरान यह सारे तथ्य सामने आएंगे.जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा.”
चंद्रशेखर आजाद ने की यह मांग
घटना की खबर पाकर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने सोमेश के घर जा कर परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि घटना के बाद से पीड़ित परिवार डरा हुआ है.उन्होंने मामले की न्यायिक जांच, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने, घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद और एक सरकारी नौकरी की मांग की है. उन्होंने आंबेडकर पार्क को शीघ्र बनवाने और सरकारी निधि से सौंदर्यीकरण कराने और वहां मृतक की प्रतिमा लगवाने की मांग की है.