उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक दलित महिला को चार लोगों ने अगवा कर उसके साथ रेप किया.
रेप से पहले महिला से मारपीट की गई. अभियुक्तों ने महिला के हाथ-पैर बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था.पीड़ित महिला ने किसी तरह मोबाइल से अपने घर वालों को इस घटना की सूचना दी. इसके बाद घर वालों ने पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई.
कहां और कब हुई घटना
यह मामला बाराबंकी के देवा थाना क्षेत्र का है. पीड़ित महिला के मुताबिक उसका ससुराल वालों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था.इससे नाराज होकर वह ससुराल से मायके जाने के लिए निकली थी. जैसे ही वह सड़क पर आई,पीछे से आ रही एक कार में बैठे चार लोगों ने उसे छोड़ देने की बात कही. महिला ने बताया कि उन लोगों ने उसे अगवा कर एक घर में ले गए. वहां उसके साथ सभी चार लोगों ने बारी-बारी से बलात्कार किया. महिला के मुताबिक बलात्कार के बाद सभी नशे में धुत होकर सो गए. इसके बाद उसने मोबाइल से अपने घर वालों को घटना की जानकारी दी. घर वालों ने घटना की सूचना पुलिस को दी.
पीड़िता के मुताबिक पुलिस मौके पर पहुंची और उसे लेकर थाने गई. पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने उसकी मदद करने के बजाय उल्टा उसे ही धमकाया और सुलह करने का दबाव बनाने लगी. जबरन उसका गलत बयान करवाया गया.
पीड़ित ने पुलिस पर क्या आरोप लगाए हैं?
पीड़ित महिला के परिजनों ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों ने बताया कि पुलिस उनकी लड़की और दामाद दोनों को थाने में बिठाए रही और मिलने नहीं दिया.सुलह करने की शर्त पर पुलिस ने उन लोगों को लड़की से मिलवाया.
इस मामले में बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक सीएन सिन्हा ने मीडिया को बताया कि 25 दिसंबर को देवा थाने में जब इस संबंध में सूचना मिली. उसके तुरंत बाद ही इसे लेकर मुकदमा दर्ज किया गया. पीड़ित महिला का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है. पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया है.सिन्हा के मुताबिक पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है. उन्होंने कहा कि अभियुक्तों को गिरफ्तार उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.