समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को धोखा बताया है.

वो सोमवार को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.राष्ट्रीय बौद्ध और बहुजन अधिकार सम्मलेन का आयोजन मिशन जय भीम ने किया था.

इस कार्यक्रम में मौर्य ने कहा कि जब भी वो ये बात कहते हैं तो लोगों को भावनाएं आहत हो जाती हैं, लेकिन जब मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा कहते हैं तो किसी को कुछ नहीं होता है.

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा क्या है?

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हिन्दू धर्म एक धोखा है, वैसे भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि हिन्दू कोई धर्म नहीं है, यह लोगों के जीवन जीने की शैली है.उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक नहीं दो बार कहा है कि हिन्दू नाम को कोई धर्म नहीं है, बल्कि लोगों के जीवन जीने की एक कला है.

उन्होंने कहा कि देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी कहा है कि हिन्दू धर्म,धर्म नहीं है.लेकिन इन लोगों के कहने से किसी भावना आहत नहीं होती है, वहीं अगर स्वामी प्रसाद मौर्य कह देते हैं कि हिन्दू धर्म,धर्म नहीं है बल्कि एक धोखा है और जिसे हम हिन्दू धर्म कहते हैं वो कुछ लोगों के लिए धंधा है. जब हम कहते हैं कि ये उन लोगों के लिए धंधा है तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है.लेकिन वही चीज अगर मोहन भागवत कहते हैं, नरेंद्र मोदी जी कहते हैं और गडकरी जी कहते हैं तो इनकी भावनाएं आहत नहीं होती है.लेकिन यही बात अगर स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो लोगों की भावनाएं इतनी कमजोर होती हैं कि वो आहत हो जाती हैं.

समाजवादी पार्टी ने किया किनारा

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘महाब्राह्मण’ सभा में कहा था कि हिन्दू धर्म के खिलाफ टिप्पणियों पर अंकुश लगाया जाएगा.उन्होंने पार्टी के नेताओं के नसीहत दी थी कि वो किसी भी धर्म और जाति को लेकर कोई टिप्पणी न करें.

मौर्य के इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. समाजवादी पार्टी ने उनके इस बयान से दूरी बनाते हुए इसे उनकी निजी सोच बताया है. सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी मौर्य के बयानों का समर्थन नहीं करती है.

बीजेपी ने बताया बेहुदा बयान

वहीं बीजेपी ने मौर्य की टिप्पणी को बेहूदा बताते हुए इसे समाजवादी पार्टी का दोहरा रवैया बताया है. केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने टीवी चैनल जी न्यूज से कहा कि समाजवादी पार्टी को मौर्य को तभी निकाल बाहर कर देना चाहिए था, जब उन्होंने सनातन धर्म और हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी ‘सबका साथ, सबका विकास’पर विश्वास करती है और उसी के साथ आगे बढ़ रही है.

Share.

Leave A Reply