दलित ख़बर ब्यूरो

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने तमाम ना-नुकुर के बाद लोकसभा चुनाव के लिए समझौता कर लिया है. सपा ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 17 सीटें दी हैं. बाकी की 63 सीटों सपा और उसके सहयोगी चुनाव लड़ेंगे.वहीं कांग्रेस ने सपा को एक सीट मध्य प्रदेश में दी है. इसकी घोषणा दोनों दलों ने एक संवाददाता सम्मेलन में की. कांग्रेस को जो सीटें मिली हैं उसमें अमेठी और रायबरेली के अलावा वाराणसी सीट भी शामिल है. वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनाव क्षेत्र है.

कांग्रेस को कौन सी सीटें मिली हैं
समझौते के बाज कांग्रेस उत्तर प्रदेश में रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, मथुरा, गाजियाबाद, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया सीट पर चुनाव लड़ेगी.ऐसी भी खबरें हैं कि इनमें से एक-दो सीटों की अदला-बदली भी हो सकती है.कांग्रेस सपा से लखीमपुर खीरी और श्रावस्ती सीट मांग रही है. इसके बदले में वह पश्चिम की सीटें सपा को दे सकती है.वहीं मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट कांग्रेस ने सपा को दी है.

कांग्रेस के साथ इस समझौते पर पहुंचने से पहले सपा ने प्रदेश की 33 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. इनमें वाराणसी लोकसभा सीट भी है.सपा वहां से अब अपना उम्मीदवार वापस लेगी.

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने बताया कि कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे. इसके बाद जल्द ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी.

समझौते पर क्या बोले अखिलेश यादव
सीट शेयरिंग से उत्साहित नजर आ रहे अखिलेश यादव ने कहा,”अंत भला तो सब भला.” अब उम्मीद लगाई जा रही है कि अखिलेश यादव कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’में शामिल होंगे.यह यात्रा अगले एक-दो दिन उत्तर प्रदेश में रहने वाली है.

बुधवार को लखनऊ के एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मौजूद थे. वहीं कांग्रेस की ओर से सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी शामिल हुए.प्रेस कॉन्फ्रेंस ने दोनों दलों के नेताओं ने दावा किया कि देश और संविधान बचाने के लिए वे एक साथ आए हैं. उनका कहना था कि दोनों दल मिलकर भाजपा को रोकेंगे.

कांग्रेस नेता अविनाश पांडेय ने कहा कि कई दौर की बातचीत के बाद सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ है.अजय राय ने कहा कि गठबंधन मजबूती से जीतेगा और चुनाव के दौरान हमारी रणनीति संयुक्त होगी.सपा के राजेंद्र चौधरी ने कहा कि यूपी से भारत को बचाने का संदेश जा रहा है. यूपी से ही 2024 में भाजपा सत्ता से जाएगी.

2019 के चुनाव में कहां थी कांग्रेस

इससे पहले 2019 के चुनाव में कांग्रेस अकेले ही मैदान में उतरी थी. उसे केवल एक सीट ही मिली थी. वहीं सपा ने वह चुनाव बसपा के साथ मिलकर लड़ा था. दोनों दलों ने करीब आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें केवल 15 सीटें ही मिली थीं. बसपा को 10 और सपा को पांच सीटें मिली थीं. बाकी की 64 सीटें बीजेपी और उसके सहयोगियों ने जीत ली थीं.

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