दलित खबर ब्यूरो

लोकसभा चुनाव नजदीक आता देख अलग-अलग क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. पक्ष-विपक्ष के संगठन चुनावी मोड में आते जा रहे हैं. ऐसे समय में प्राध्यापकों और शोधकर्ताओं के बीच काम करने वाले एक समूह एकेडमिक्सफॉरनेशन ने एक अभियान शुरू किया है.इस अभियान को नाम दिया गया है, एकेडमिक्सफॉर नमो (#Academics4NaMo). इसका उद्देश्य नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज से अकादमिक जगत को अवगत कराना है.

बैठक में कौन कौन शामिल हुआ

इस अभियान से अब तक पांच सौ से अधिक प्राध्यापक और शोध छात्र जुड़ चुके हैं. इसकी पहली बैठक दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस में आयोजित की गई. इसमें जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय, आईआईटी दिल्ली, आंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली, आईआईएमसी दिल्ली समेत कई अन्य शैक्षिक प्रतिष्ठानों के प्राध्यापक और शोध छात्र शामिल हुए.

एकेडमिक्सफॉरनमो का उद्देश्य मोदी सरकार की ओर से पिछले दस सालों में किए गए कामों के बारे बौद्धिक जगत को बताना है. बैठक में फैसला किया गया कि आने वाले दिनों में देश के अगल-अलग शिक्षण संस्थानों, थिंक टैंक्स और शोध संस्थानों में ऐसी बैठकें आयोजित की जाएंगी. इन बैठकों में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी.

विकसित भारत का सपना

दिल्ली में आयोजित बैठक में दिल्ली विश्वविद्यालय साउथ कैंपस के निदेशक और एकेडमिक्सफॉर नेशन के सलाहकार परिषद के सदस्य प्रोफेसर श्रीप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से परिकल्पित विकास यात्रा के माध्यम से भारत के लिए अपना गौरव फिर से हासिल करने का यही सही समय है. उन्होंने कहा कि हमें ये संदेश देश के विचारकों, चिंतकों, लेखकों और शोधकर्ताओं तक लेकर जाना है. ऐसा तभी संभव है जब 2024 में फिर से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद पर आसीन हों.

एकेडमिक्सफॉरनेशन के संयोजक डॉ. देवी दयाल गौतम ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य विद्वतापूर्ण उद्यम के माध्यम से सकारात्मक नैरेटिव और सही विमर्श तैयार करते हुए लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता में वापसी सुनिश्चित करना है.

2019 के चुनाव में भी चलाया था अभियान

एकेडमिक्सफॉरनेशन के संस्थापक और पूर्व संयोजक डॉ. स्वदेश सिंह ने बताया कि इसी तरह का प्रयास 2019 के आम चुनाव में भी किया गया था. उसे काफी सराहा गया था. उनका कहना था कि नंबर की लड़ाई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीत चुके हैं अब समय है कि नैरेटिव को ठीक तरीके से पेश किया जाए.

बैठक में मौजूद अन्य प्राध्यापकों ने भी इस अभियान को प्रभावशाली ढंग से चलाने के लिए अपने सुझाव दिए.

बैठक में संकल्प लिया गया कि यह अभियान मंथन, संवाद और अपनी गतिविधियों के माध्यम से 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में बौद्धिक वातावरण बनाने में मदद करेगा. बैठक में एकेडमिक्सफॉर नमो की नई वेबसाइट www.academics4namo.com को भी पेश किया गया.

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