उत्तर प्रदेश के रायबरेली में दलित युवक हरिओम की पीट-पीटकर की गई हत्या को लेकर रोष बढ़ता ही जा रहा है.यह घटना द अक्तूबर की है. यह घटना कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र की है. उन्होंने हरिओम की हत्या को इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या बताया है. उन्होंने कहा है कि देश में नफरत, हिंसा और भीड़ तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है. इस बीच सामने आए कुछ वीडियो से पता चला है कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस घायल हरिओम को भीड़ के बीच में छोड़ कर चली गई थी. इसके बाद हिंसक भीड़ ने पीटकर उसकी हत्या ही कर दी.

भीड़ के बीच में छोड़कर चले गए पुलिसवाले

इस घटना के सामने आए वीडियो से पता चला कि पुलिस हरिओम को उसके हाल पर छोड़कर चली गई थी. युवक भटकते हुए दूसरे गांव पहुंचा, वहां भीड़ ने मार डाला. हरिओम को ड्रोन चोर समझकर भीड़ ने घेर रखा था.इसकी सूचना पर पुलिस की एक गाड़ी वहां पहुंची थी. जीप में बैठे-बैठे एक पुलिसकर्मी ने कहा, ”जाने दो, जहां जाना चाहता है. फिर वहां से पुलिस निकल गई. इसके बाद उग्र भीड़ ने युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी.”

फतेहपुर का रहने वाला हरिओम अपनी पत्नी से मिलने ससुराल फतेहपुर का रहने वाला आया था.गदागंज के पास कुछ ग्रामीणों ने उसे ड्रोन चोर समझकर पकड़ लिया. रात करीब 9 बजे ढाबे पर खड़े एक युवक मनीष यादव नाम के एक युवक ने फोन करके चोर पकड़े जाने की सूचना गदागंज थाना प्रभारी को दयानंद तिवारी को दी. पुलिस थाने से घटनास्थल की दूरी 10 मिनट की है. इसके बाद भी 45 मिनट तक कोई नहीं आया.

दो बार फोन करने पर आई पुलिस

बाद में मनीष यादव और ढाबा मालिक श्यामू यादव ने डायल-112 पर फोन किया. इसके बाद पीआरवी 1770 की गाड़ी पहुंची और गाड़ी में बैठे होमगार्ड नरेंद्र यादव और अनिरुद्ध तिवारी ने हरिओम से पूछताछ की. हरिओम उन्हें मानसिक रूप से बीमार लगा. वहां खड़े लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया. पुलिसकर्मी दलित युवक को ग्रामीणों के बीच छोड़कर चले गए.एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक होमगार्ड ने गाड़ी के अंदर बैठे पुलिसकर्मी जयसिंह यादव से कहा, साहब यह पागल है, इसको थाने छोड़ देते हैं. इस पर पुलिसकर्मी जयसिंह यादव ने पहले तो होमगार्ड को फटकार लगाई और कहा कि गाड़ी स्टार्ट करो, ज्ञान ना दो, हम इसे लेकर कहां घूमेंगे. इसको यहीं छोड़ दो, जहां जाना होगा चला जाएगा.यह कहकर सभी पुलिसकर्मी वहां से चले गए. इसके कुछ देर बाद गदागंज थाना क्षेत्र के दरोगा प्रेम सिंह ने अपने फोन से ढाबे वाले को फोन करके कहा कि वह अभी खाना खा रहे हैं. मौका पाते ही आएंगे.

पुलिस के जाने के बाद ग्रामीण युवक को साथ ले गए और जमकर पीटा. ग्रामीणों ने पूछताछ कर हरिओम को छोड़ दिया. इसके बाद हरिओम भटकते हुए ईश्वरदासपुर गांव पहुंच गया. वहां ग्रामीणों ने उसे चोर समझकर पकड़ लिया.उसके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की.हरिओम के प्राइवेट पार्ट पर भी डंडों से मारा गया. ग्रामीणों ने उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. अधमरी हालत में हरिओम ने चीखकर राहुल गांधी का नाम लिया. इसपर वहां खड़े लोगों में से किसी ने कहा,”यहां सब बाबा वाले आदमी हैं.”

कांग्रेस ने बताया संविधान और न्याय की हत्या

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने युवक के पिता से फोन पर बात की है.उन्होंने हरिओम की हत्या को इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या बताया है. उन्होंने कहा है कि देश में नफरत, हिंसा और भीड़ तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है.यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय सोमवार को पीड़ित के घर पहुंचे. सभी ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने एक बयान जारी कर घटना की निंदा की है.

इस बीच प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक लापरवाही के आरोप में बीट इंचार्ज कमल यादव, ऊंचाहार के थाना अध्यक्ष संजय कुमार समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा पुलिस ने 12 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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