दलित ख़बर ब्यूरो

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से कांग्रेस ने इनकार कर दिया है.

इस आयोजन का न्योता कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी,कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को न्योता दिया गया था.कांग्रेस ने कहा है कि ये कार्यक्रम बीजेपी ने राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए आयोजित किया है.कांग्रेस के इस कदम पर बीजेपी ने उस पर हमला करते हुए कहा है कि उसने कुछ नया नहीं किया है.

कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पेजों पर एक लेटर शेयर किया है. इसमें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में न जाने का कारण बताया गया है.कांग्रेस ने कहा है कि धर्म निजी मामला है.उसका कहना है कि बीजेपी मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को अपना कार्यक्रम बना लिया है.

कांग्रेस ने कहा क्या है?

पिछले महीने कांग्रेस प्रेसिडेंट और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला था.भगवान राम हमारे देश के करोड़ों लोगों के पूजनीय हैं.धर्म एक निजी मामला है.लेकिन भाजपा-आरएसएस ने अयोध्या के मंदिर को एक पॉलिटिकल प्रोजेक्ट बना दिया है.भाजपा और आरएसएस के नेताओं की तरफ से अधूरे मंदिर का उद्घाटन जाहिर तौर पर चुनाव में फायदा पाने के लिए किया जा रहा है.लिहाजा सुप्रीम कोर्ट के 2019 के फैसले का पालन करते हुए और उन करोड़ों लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे,सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा-आरएसएस के इस इवेंट का निमंत्रण ससम्मान ठुकरा दिया है.

भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला

यह खबर आने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ नया नहीं किया है.वे हमेशा से भगवान राम का विरोध करते आए हैं और सनातन को अपमान करने की कोशिश करते रहे हैं.उन्होंने कई मौकों पर भगवान राम के अस्तित्व को भी नकारा है.अगर उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बॉयकॉट करने का फैसला लिया है तो देश की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में उसका बॉयकॉट करेगी.

इस फैसले पर बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले कुछ दशकों में राम मंदिर के लिए कोई कदम नहीं उठाया. उन्होंने भगवान राम के अस्तित्व को नकार दिया और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में देरी की.इसलिए, कांग्रेस का आधिकारिक तौर पर यह कहना कि वह राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होगी,इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए.

कब होगी राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 6000 दिग्गज शामिल होंगे. इसमें 4000 संत और करीब 2200 मेहमान हैं. इस दौरान छह दर्शनों (प्राचीन विद्यालयों) के शंकराचार्य और करीब 150 साधु-संत भी मौजूद रहेंगे.

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